Saturday, 16 June 2018

मेरी मां ।

(मेरे एहसास.. मेरी मां के लिए.. )

     
         

  •  मां मेरी मुझे प्यार दे ..
आज रो रही हूं मैं ,मुझे थोड़ा सा पुचकार दे ..
मां मेरी मुझे प्यार दे...।
मां मेरी मुझे प्यार दे...।।


  • कितनी बदनसीब थी ना मैं..जो तुझे मिल भी ना पाई ..
क्यों आज दूर है मा मुझसे ,तेरी परछाई ..।।


  • आज फसी हूं मैं.. इस तन्हाई के भवर में ...
आ लगा ले मुझे गले ... मुझे थोड़ा सा दुलार दे...। ।


  • मां मेरी मुझे प्यार दे..।
मां मेरी मुझे प्यार दे..।।


  •  कहां खोजू में आज तेरी प्यारी सी सूरत ...
कहां खो गई मुझसे मेरी ममता की मूरत ...।

याद है मुझे ,तेरी हर बात ,जो तू मुझे रोज बताया करती थी ...।

फिक्र तुझे मेरी ..मुझसे ज्यादा सताया करती थी।।


  • आज मुझसे क्यों दूर चली गई ..
क्यों नहीं बोलती तू मुझसे ...
कुछ तो बोल ना ...।
मां कुछ तो बोल ..।?।


  • याद है मुझे तेरी हर बात ...
मेरे रोने से तेरा रो जाना ...
मेरे गुस्सा होने पर ..तेरा मुझको ,मनाना ..।
वो तेरा मुझको मनाना,, और मेरा तेवर दिखलाना ...।।


  • अब कौन समझेगा मेरे गुस्से को...

कौन पड़ेगा मेरी खामोशी को ..।
 कौन देखेगा मां मेरे रोने को ... ।।


  • तू तो मेरी अच्छी मां थी..
मुझे हमेशा हासाया करती थी .....

मुझे हर बार छोटी छोटी , बातो को समझाया करती थी..।
फिर क्यों...
फिर क्यों...?


  • मुझे तू आज इतना रुलाती है..
क्यों मुझे तेरी याद हर वक्त सताती है..।।
क्यों..
क्यों मां..?


  •  एक बार तो मुझे बतला दे मां ..
एक बार मुझे बतला दे मां...
आजा आज मुझे गले लगा ले मां...
पोच्छ के मेरे अंशु ...मुझे तू आज
इस मुश्किल घड़ी से मुझे तार दे मां...।।


  • मां मेरी मुझे प्यार दे ।

मां मेरी मुझे दे ।।


      (Miss you maa)

                   

POEMS THAT I LIKE MOST

ज़िन्दगी एक पल की ।

कभी दोस्त तो कभी दुश्मन नजर आती है ज़िन्दगी...। हर रोज एक नई आस जगाती है जिंदगी..।। जिंदगी कभी प्रीतम के प्यार में ... कभ...