Sunday, 7 January 2018

प्यार में अँधा इंसान ।

(दोस्तो बहुत ज्यादा अच्छा तो नहीं लिखती लेकिन अपनी खुशी के लिए कोशिश जरूर करती हूं ।आशा करती हूं आप पसंद आए )


  • किसी के मन पर जब प्यार का पहरा हो जाता है ..उसके दिल में वह राज गहरा हो जाता है।

  • कुछ भी दिखाई नहीं देता उसे.. उसकी आंखों में इच्छाओं का पहरा हो जाता है।।


  •  भूल जाता है वह अपने आप को ..वह भावनाओं का कैदी हो जाता है ।

  • बहता है वह भावनाओं की नदी में ..और मंजिल को पाने की खुशी में ।।


  • बहुत चला बहुत चला.. मगर मंजिल अभी भी दूर ही है।

  •  भूल कर वह दर्द अपने ..फिर भी आगे चलता जाता है चलता जाता है ।।


  • भूल गया वह अपने अपनों को, भूल गया वह अपने ..सपनों को ।

  • और जो अपने थे वो रूठ गए ,और जो सपने थे ..वह टूट गए ।।


  • कोई दर्द उसे अब दिखाई नहीं देता ..कोई फर्ज उसे अब दिखाई नहीं देता ।

  • भूल गया उसके लक्ष्य भी थे ..अपनों के लिए कुछ फर्ज भी थे ।।


  • आज भी वह इच्छाओं के सागर ..में तैरता जाता है.. तैरता जाता हैं।

  • किसी के प्यार के लिए भावनाओं में.. बहता जाता है ।।


  • अरे तू मंजिल समझा है जिसे ..वह तेरा ख्वाब भी तो हो सकता है ।

  • भूल गया तू उस ख्वाब को पाने की इच्छा मैं.. अपना सब कुछ हो सकता है अपना सब कुछ ..खो सकता है।।


5 comments:

  1. जो अपने थे वो रूठ गए ,और जो सपने थे ..वह टूट गए ।।
    वाह जी सत्य से जुड़ा हौ इतनी मुश्किल को कितनी आसानी से आप दर्द बयां कर गए

    ReplyDelete

POEMS THAT I LIKE MOST

ज़िन्दगी एक पल की ।

कभी दोस्त तो कभी दुश्मन नजर आती है ज़िन्दगी...। हर रोज एक नई आस जगाती है जिंदगी..।। जिंदगी कभी प्रीतम के प्यार में ... कभ...