Tuesday, 24 July 2018

दिल की दस्तक।


मेरे दिल मैं आज  दस्तक होती है।
 मेरी आंख भी आज किसी के लिए रोती है।।



आज उसकी ख़ामोशी नहीं है मुझे गवारा।
 मगर ना जाने क्यूं यह बात कहते ही,
 मेरी हिम्मत मेरा साथ छोड़ देती है ।।



चाहती हूं मै उसे बार बार नहीं सौ बार कहूं
 मै उसपे मरती हू।
 वह नहीं है खुदा फिर भी मेरे हर लफ्ज़ पर आज नाम उसका लिया करती हूं ।।



उसकी हर बात मेरे दिल में कली सी खििलती है
उसकी वह बेरुखी मेरे दिल में तीर सी चुबती है।।



 जानती हूं उसे मुझसे बहुत मोहब्बत है
 उसके दिल में मुझसे मिलने की हसरत है।।



 मैं जानती हूं वह उसकी कोशिश मुझे बार-बार मनाने की।
 वह अपनी प्यारी प्यारी बातों से अपनी चाहत दिखाने की ।।



जानती हूं मैं उसका बहुत दिल दुखाती हूं
जब मैं हर बात को ना मैं छुपाती हूं ।।



पर कैसे बताऊं उसे अपने, अपनों और सपनों का भंवर ।
चाहत है मेरी उससे तू भी तो कभी मेरी ख़ामोशी समझ ।।



जानती हूं में तेरा दिल दुखाती हूं
ना चाह के भी में तुझे तड़पाती हूं।।



में जानती हूं तेरी उम्मीदों को मैं पूरा नहीं कर सकती
चाहूं भी तो तेरी चाहत में नहीं पड़ सकती ।।



क्योंकि मैं जानती हूं यह तेरे साथ धोखा होगा
क्युकी तेरी चाहते तो अपार है।।


मगर तुझ पर तो मौके हजार है।

होकर मायूस यु ना बैठ तू मुझसे।।


 क्युकी मैं भी तो गम में खोई हू

जानती हूं में तुझे नहीं पता, 

लेकिन मैं भी तो कभी तुझे सोचकर रोई हूं।।


 यही है अब तमन्ना मेरी,तू भी कभी तो समझे खामोशी मेरी
 कभी तो दिखे तुझे तन्हाई मेरी।।


होकर तु मुझसे यूं मायूस ना बैठ
कभी तो तू भी मेरी मजबूरी देख ।।



धन्यवाद्

3 comments:

  1. बहुत शानदार

    पर कैसे बताऊं उसे अपने, अपनों और सपनों का भंवर ।
    चाहत है मेरी उससे तू भी तो कभी मेरी ख़ामोशी समझ

    ReplyDelete
  2. जिंदगी के सफर पर यूँ चलते चले हम
    एक वादा था तुमसे यूँ मिलते चले हम
    onloveshayri.blogspot.com
    @Kumar Ashok

    ReplyDelete

POEMS THAT I LIKE MOST

ज़िन्दगी एक पल की ।

कभी दोस्त तो कभी दुश्मन नजर आती है ज़िन्दगी...। हर रोज एक नई आस जगाती है जिंदगी..।। जिंदगी कभी प्रीतम के प्यार में ... कभ...