Wednesday, 4 July 2018

फिर याद आ गया कोई ।


  • आज फिर याद आ गया कोई ..

ख्यालों में आकर सता गया कोई ।।


  • दिल से दी है किसी यार ने सदा ..

तन्हा मे थी..फिर याद आ गया कोई ।।


  • पहले से ही दिल बहुत बेकरार था ..

बेताबियां को और बढ़ा गया कोई ।। 


  • जिन लम्हों को हम याद रखना नहीं चाहते..

 उन लम्हों की याद दिला गया कोई ।।


  •    जिन सपनों को देखना छोड़ दिया मैंने ..

वह सपने दिखा गया कोई ।।


  •    जिस गीत को हम गुनगुना नहीं सकते ..

वही नज़्म जाने क्यों सुना गया कोई।।



10 comments:

  1. DEAR PAGLI LADKI,
    apki is poem ko pd k mere ko bhi kisi ki yaad aa gai..........................
    your every poem is heart touching, every word has deep meaning.

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  2. Mam apki pd pdke aesa lgta hai ki apne bahut duniya dekhi hai.. apki hrr poem bahut heart touching hoti hai

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    1. दुनिया तो नहीं ..लेकिन बहुत लोग देखे है .. धन्यवाद।

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  3. amezina. yr jtni gahrai tk soch kese leti h tu

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    1. ऐसे ही ..धन्यवाद।

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  4. Lajabab. Diksha nice line depth thinking

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