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POEMS THAT I LIKE MOST
ज़िन्दगी एक पल की ।
कभी दोस्त तो कभी दुश्मन नजर आती है ज़िन्दगी...। हर रोज एक नई आस जगाती है जिंदगी..।। जिंदगी कभी प्रीतम के प्यार में ... कभ...

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आसमा छू के आने की जिद है मुझे धूप है या घटा है ,मुझे क्या पता आसमा... मुझे अपनी उड़ानों से है वास्ता किस तरफ की हवा है ,मुझे क्या पता।...
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पता है दोस्तो मैंने कई बार लोगो को कहते हुए सुना है यार छोटी छोटी बातों पे गुस्सा हो जाते हो । छोटी छोटी बातें .... आसान हो...
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कभी दोस्त तो कभी दुश्मन नजर आती है ज़िन्दगी...। हर रोज एक नई आस जगाती है जिंदगी..।। जिंदगी कभी प्रीतम के प्यार में ... कभ...
Tu aise word lati kha se h
ReplyDeleteजी शुक्रिया।
DeleteDear pagli ladki,
ReplyDeleteAap shi m pgli he hoo lekin aapka pagalpan thida alg hai or apka y likhne ka tarika aisa hai ki samne vale ko sirf or airf zindagi ki sachchai he dikh jati hai aoki ek choti si poem me......
धन्यवाद् आप का।
DeleteTrue,
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